नई दिल्ली, जुलाई 21 -- 11 जुलाई 2006 को मुंबई लोकल में हुए धमाके के मामले में हाईकोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया है। इस फैसले के आने के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए इसे सिस्टम का फेलियर करार दिया। इतना ही नहीं उन्होंने मीडिया पर भी अलग से ट्रायल चलाने और आरोपियों को पहले से ही दोषी घोषित करने का आरोप लगाया। ओवैसी ने कहा कि उन लोगों ने अपने जीवन के 18 साल उस गुनाह की सजा काटते हुए निकाल दिए, जो उन्होंने कभी किया ही नहीं था। इस फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए हैदराबाद सांसद ने लिखा, "12 मुस्लिम पुरुष 18 साल तक उस अपराध के लिए जेल में रहे जो उन्होंने किया ही नहीं था। उनका सुनहरा जीवन खत्म हो गया। 180 परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दि...