गया, फरवरी 13 -- दीनदयाल उपाध्याय के 'एकात्म मानववाद' के दर्शन को आम जीवन में अनुसरण करके समाज और देश में सकारात्मक बदलाव आ सकता है। दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह ने ''एकात्म मानववाद के सामाजिक पहलू'' पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन समारोह में कही। भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर), नई दिल्ली द्वारा समर्थित सीयूएसबी के दीनदयाल उपाध्याय एकात्म मानववाद और सामाजिक नीति केंद्र की ओर से आयोजित सम्मलेन के समापन सत्र की अध्यक्षता करते हुए कुलपति ने कहा कि दीनदयाल जी विचारों को बौद्धिक बहस से बहार निकालकर समाज और समुदाय से ज़ोडने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि ''विकसित भारत 2047'' के लक्ष्य की प्राप्ति दीनदयाल जी के विचारों को आत्मसात करके हो सकता है। समापन सत्र में इंड...