नैनीताल, अप्रैल 18 -- भवाली, संवाददाता। हिंदी की प्रख्यात लेखिका और आलोचक प्रो. निर्मला जैन के निधन पर कुमाऊं विवि की रामगढ़ स्थित महादेवी वर्मा सृजन पीठ में शुक्रवार को शोकसभा हुई। पीठ के निदेशक प्रो. शिरीष कुमार मौर्य ने कहा की 'शहर दर शहर और आत्मकथा 'जमाने में हम जैसी यादगार कृतियों की लेखिका के तौर अपार ख्याति अर्जित करने वाली निर्मला जैन ने हिंदी साहित्य जगत में पुरुष आलोचकों को गंभीरता से लेने की मानसिकता की परंपरा को इन कृतियों के माध्यम से तोड़ा था। उनकी रचनाएं आज भी हिंदी साहित्य के विद्यार्थियों के लिए आदर्श हैं। पीठ समन्वयक मोहन सिंह रावत ने कहा कि प्रो. निर्मला जैन का महादेवी वर्मा सृजन पीठ से भी जुड़ाव रहा। 20 मई 2003 को महादेवी साहित्य संग्रहालय के अंतर्गत पर्यटन विभाग उत्तराखंड सरकार की ओर से निर्मित शैलेश मटियानी पुस्तकालय...