सहारनपुर, नवम्बर 20 -- मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय परिसर में विश्व दर्शन दिवस के उपलक्ष्य में दर्शन विभाग द्वारा 'भारतीय ज्ञान परंपरा में मानवतावाद और दर्शनशास्त्र की समसामयिक उपादेयत' विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कुलपति प्रो. वाई. विमला, मुख्य अतिथि साध्वी प्राची, मुख्य वक्ता प्रो. दीनानाथ सिंह, कुलसचिव कमल कृष्ण तथा वित्त अधिकारी सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से किया। मुख्य वक्ता ने बताया कि किस प्रकार लार्ड एडम और मैकाले द्वारा प्राचीन गुरुकुल प्रणाली को नष्ट कर पाश्चात्य शिक्षा प्रणाली को थोप दिया गया। कहा-हमारे वेद और उपनिषद जैसे ग्रंथ विश्व मानवता को दिशा देने वाले दार्शनिक स्रोत हैं। ऑनलाइन मोड से जुड़े गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्याल...