रांची, नवम्बर 6 -- रांची। केंद्रीय विश्वविद्यालय, झारखंड के अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग द्वारा आयोजित विशेष व्याख्यान की शृंखला में गुरुवार को विभाग के शोधार्थी ऋषि मरांडी ने 'हंगरी में गौरव यात्रा और राजनीतिक गतिशीलता: अधिकार, विरोध प्रदर्शन और उनका वैश्विक प्रभाव' विषय पर अपनी बात रखी। ऋषि ने एलजीबीटीक्युए समुदाय की पहचान और सामाजिक मान्यताओं के संकट का उल्लेख करते हुए यूरोप, विशेष तौर पर हंगरी में चलाए जा रहे आंदोलनों पर प्रकाश डाला। उन्होंने वर्तमान विक्टर ओर्बन के नेतृत्व वाली फिडेज पार्टी की सरकार द्वारा सत्ता में आने के बाद से पारंपरिक मूल्यों के नाम पर समलैंगिक अधिकारों को सीमित करने का भी जिक्र किया। मौके पर सहायक प्राध्यापक डॉ अपर्णा, डॉ अशोक निमेष, डॉ बिभूति भूषण बिस्वास, डॉ सुभाष कुमार बैठा मौजूद थे।

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