रांची, दिसम्बर 28 -- रांची, प्रमुख संवाददाता। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के केंद्रीय मंत्री अम्बरीष ने कहा कि स्वाधीन देश में 'स्व' के अभिमान की कमी के कारण हमारी संस्कृति को नष्ट करने के कुचक्र रचे गए। सनातन मान बिंदुओं, आचार पद्धति और संस्कृति को सुरक्षित रखने के ध्येय से ही विश्व हिंदू परिषद की स्थापना की गई थी। वे रविवार को धनबाद के कतरास स्थित राजस्थानी धर्मशाला में विहिप झारखंड प्रांत की तीन दिवसीय कार्यकारिणी समिति की बैठक के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान में परिवारों में पारंपरिक संस्कारों का क्षरण हो रहा है, जिसके संरक्षण की नितांत आवश्यकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मंदिर सदैव सनातन परंपरा की श्रद्धा, भक्ति और शक्ति के केंद्र रहे हैं, जिन्हें आक्रांताओं ने निरंतर क्षति ...