अल्मोड़ा, मार्च 28 -- सेंसिंग और ऑटोमेशन अब केवल विशेष क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में इनका प्रयोग किया जा रहा है। इनके सॉफ्टवेयरों के साथ-साथ अनुकूल हार्डवेयर पर भी समान गति से कार्य करने की जरूरत है। यह बात शुक्रवार को बीटीकेआईटी में हुई कार्यशाला में वक्ताओं ने कही। शुक्रवार को बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान (बीटीकेआईटी) में 'सेंसिंग एंड ऑटोमेशन: ए हैंड्स-ऑन अप्रोच पर दो दिवसीय राष्ट्रीय व्यावहारिक कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। संस्थान के निदेशक डॉ. संतोषकुमार हम्पन्नावर ने कहा कि शैक्षणिक और औद्योगिक विषयों में सेंसिंग और ऑटोमेशन का काफी महत्व है। सेंसर का बाजार 609.7 मिलियन यूएस डॉलर, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन का 15 मिलियन यूएस डॉलर है। रोबोटिक्स का बाजार 2029 तक 664.41 मिलियन पहुंच जाएगा। कहा कि विकसित उत्...