मेरठ, फरवरी 26 -- भरतमुनि स्मृति दिवस समारोह में भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) और पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग चौधरी चरण सिंह विवि के तत्वावधान में हास्य नाटक 'सेंचुरी बुड्ढा' का मंचन अटल सभागार में हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता धम्मदीप सिंह ने किया। मनोज मित्र द्वारा लिखित और अवनी वर्मा द्वारा निर्देशित नाटक की कहानी 95 वर्षीय बांछाराम कपाली (राशिद युसूफ) के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसके पास एक बगीचा, जमीन है। उनका नाती गोपी (शहजाद) इसे बेचना चाहता है। जमींदार नौकौड़ी दत्त (हेमंत) बेटे लोटन (साजिद) के साथ मिलकर बगीचे को हथियाना चाहता है। पता चलता है नौकौड़ी दत्त के पिता स्व. छैकौड़ी दत्त (संयम) भी इसी बगीचे को पाने की कोशिश में 30 साल पहले असफल रहे थे। अब उनकी आत्मा बगीचे में निवास करती है। जो बांछाराम को दिखाई देती है। ...