रांची, जुलाई 28 -- रांची, संवाददाता। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस (28 जुलाई) और अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस (29 जुलाई) पर सोमवार को शौर्य सभागार में कार्यक्रम का आयोजन झारखंड सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से हुआ। पर्यावरणीय विषयों, जैव विविधता संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित पैनल चर्चा में वैज्ञानिकों, अधिकारियों, विशेषज्ञों और छात्रों ने भाग लिया। पीसीसीएफ अशोक कुमार ने कहा, हमें अपनी सांस्कृतिक पहचान बचानी है तो प्रकृति को सुरक्षित रखना होगा। डीएफओ श्रीकांत ने कहा कि, आज हमने प्रकृति की रक्षा नहीं की, तो आने वाली पीढ़ियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। मुख्य पैनल चर्चा में जल, वायु, मृदा और जैव विविधता संरक्षण जैसे मुद्दों पर विशेषज्ञों ने विचार रखे। वक्ताओं में डॉ सुनील कुमार, आरके पिल्लई, मयंक मुरारी, अवनीश च...
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