दरभंगा, मार्च 23 -- दरभंगा। बिहार दिवस केवल उत्सव नहीं है, बल्कि यह राज्य के गौरव, स्वाभिमान और उपलब्धियों का प्रतीक है। 1912 में बिहार बंगाल से अलग होकर एक स्वतंत्र राज्य के रूप में स्थापित हुआ था। आज का यह दिन बिहार की ऐतिहासिक पहचान और गौरव को मनाने का अवसर प्रदान करती है। रमेश्वरलता संस्कृत कॉलेज में शनिवार को बिहार दिवस पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डॉ. दिनेश झा ने उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि यह बिहार की पहचान, उसकी विरासत और उसकी विकास यात्रा का उत्सव है, जो हर साल राज्यवासियों में नई ऊर्जा और उत्साह भर देता है। डॉ. पवन कुमार झा ने कहा कि यह दिन बिहार के लोगों को अपनी पहचान और गौरव का एहसास कराता है। डॉ. रामसेवक झा ने कहा कि बिहार दिवस सामाजिक एकता और राज्यवासियों के बीच आपसी भाईचारे को बढ़ावा देता है। डॉ...