कानपुर, नवम्बर 25 -- कानपुर। करदाता की स्टेटमेंट ऑफ फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन (एसएफटी) की सूचना न देना सहकारी बैंकों पर भारी पड़ रहा है। आयकर इंटेलिजेंस की टीम ने सोमवार को यूनाइटेड मर्केंटाइल कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड की पीरोड शाखा में सर्वे किया। छह घंटे तक सर्वे में व्यापक स्तर पर हेराफेरी का खुलासा हुआ है। कई खातों के संचालन में विसंगतियां मिलीं। बड़ी फर्मों को फायदा पहुंचाने के लिए फार्म-60 लगाकर टैक्स फ्री बताया गया, जबकि इन खातों में बड़ी रकम की जमा-निकासी हुई। फार्म-60 का उपयोग खेती-बाड़ी से जुड़े मामलों में किया जाता है। तीन-चार साल के आंकड़ों की छानबीन में सामने आया कि बचत व चालू खाते में जमा निकासी की जानकारियां भी स्पष्ट रूप से नहीं दी गई। पूरे वित्तीय वर्ष के दौरान बचत खाते में 10 व चालू खाते में 50 लाख का लेनदेन करने वाले करदाता क...