देहरादून, मई 30 -- उत्तराखंड क्रांति दल ने शिक्षकों का शोषण करने वाले निजी स्कूलों पर कार्रवाई करने और उनकी मान्यता रद करने की मांग की है। शुक्रवार को दल ने जिलाधिकारी कार्यालय में डीएम सविन बंसल से मुलाकात की। इस दौरान दल के पूर्व महानगर अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ परवीन चंद रमोला ने कहा कि आज निजी स्कूल केवल धन अर्जित करने का जरिया बन गए हैं। शिक्षा का बाजारीकरण किया जा रहा है। इसका सीधा असर छात्रों के भविष्य पर पड़ रहा है। आरोप लगाया कि शीशमबाड़ा में चल रहे एक स्कूल में महिला शिक्षकों का मानसिक रूप से उत्पीड़न किया जा रहा है। विद्यालय हर साल अपने निजी लाभ के लिए प्रारूप में बदलाव रहा है। युवा उक्रांद के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि स्कूल की ओर से शिक्षकों के तीन माह के वेतन को सेक्योरिटी के तौर पर रखा जाता है, जो कि सीबीएससी क...