पटना, अगस्त 27 -- बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision- SIR) को लेकर विपक्ष ने चुनाव आयोग को ही चुनावी मुद्दा बना लिया है। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से लेकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव तक ने 'वोट चोरी' के आरोप को इस कदर दोहराया है कि अब खुद तेजस्वी की खुली अपील के बावजूद राजद के ही बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) ड्राफ्ट वोटर लिस्ट पर दावा और आपत्ति दाखिल करने सामने नहीं आ रहे हैं। तेजस्वी ने जब अपील जारी की थी, तब इस काम के लिए निर्धारित आखिरी तिथि में 7 दिन बचे थे, जो अब 5 दिन पर आ गया है। चुनाव आयोग ने बुधवार की सुबह 10 बजे तक का हिसाब-किताब जारी कर दिया है। राजद के 47506 बीएलए आयोग के पास दर्ज हैं लेकिन उन्होंने अब तक कोई दावा या आपत्ति नहीं दर्ज कराई है। आयोग ने 1 ...