बलिया, अक्टूबर 5 -- बलिया, संवाददाता। आध्यात्मिकता के साथ ही और वैज्ञानिकता से परिपूर्ण शरद पूर्णिमा (वर्षा और शीत ऋतु संधि) छह अक्तूबर यानि आज सोमवार को मनाया जाएगा। इस बार की शरद पूर्णिमा ग्रहों और नक्षत्रों की दृष्टि से तो बेहद खास हैं ही, उपचार की सबसे प्राचीन पद्धति आयुर्वेद भी सेहत की दृष्टि से महत्वपूर्ण बताता है। शरद पूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए फेफना क्षेत्र के थम्हनपुरा निवासी आचार्य डॉ. अखिलेश उपाध्याय ने बताया कि इस साल की शरद पूर्णिमा बहुत ही खास है, क्योंकि चंद्रमा मीन राशि में प्रवेश करने वाले हैं जो बहुत ही विशेष है। वहीं सोमवार को उत्तर भाद्रपद नक्षत्र और वृद्धि योग का संयोग बन रहा है। बताया कि इस दिन चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट अपने 16 कलाओं से परिपूर्ण रहेंगे और अपने किरणों के द्वारा शीतलता और पोषक शक्ति की अमृ...