पूर्णिया, अक्टूबर 19 -- पूर्णिया। पूर्णिया के पहले विधायक कमलदेव नारायण सिन्हा ने अपनी पुस्तक मेरे संस्मरण में जिक्र किया है कि नये संविधान के अनुसार दूसरी बार आम चुनाव 1957 में होना था। कांग्रेस की सरकार दिल्ली और पटना में थी। राज्य तथा राष्ट्र के सामने अनेक बड़ी बड़ी समस्याओं से कांग्रेस को जूझना पड़ा था। विकास के छोटे बड़े कार्य संपन्न हुए थे लेकिन जनता की आकांक्षा की कोई सीमा नहीं होती। चुनाव का वर्ष होने के कारण देश में कई तरह उथल-पुथल और आंदोलन उठ खड़े हुए थे। सत्ता की राजनीति से कांग्रेस भी ग्रस्त थी। कांग्रेस के सामने संसद व विधानसभा के लिए उम्मीदवार चुनने का जटिल कार्य था। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जिला कांग्रेस कमेटी की राय लेने के लिए नेतागण प्रतिनियुक्त हुए थे। इस कार्य के लिए बिहार सरकार के मंत्री दीप नारायण सिंह प...
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