अल्मोड़ा, अप्रैल 21 -- मानसखंड विज्ञान केंद्र में पृथ्वी दिवस पर दो दिवसीय कार्यक्रम का सोमवार को शुभारंभ हुआ। वक्ताओं ने मानवीय कारणों से पर्यावरण को पहुंच रहे नुकसान पर चिंता जताई। कहा कि वनाग्नि, अवैध कटान आदि से औषधीय पौधों को नुकसान पहुंच रहा है। सोमवार को हुई विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि वनाग्नि, अवैध कटान, शहरीकरण आदि विभिन्न मानवीय कारकों से जैव विविधता, वन्य खाद्य फल फूलों, वन्य जीवों, औषधीय पौधों का लगातार ह्रास हो रहा है। सूखते जल स्रोतों, कोसी नदी के जल बहाव में निरंतर कमी पर भी विशेषज्ञों ने चिंता जताई। एसएसजे विवि के कुलपति प्रो. सतपाल सिंह बिष्ट ने वन, कृषि व जल के बीच संबंध को अधिक गहराई से समझने पर जोर दिया। यहां वैज्ञानिक डॉ. गिरीश नेगी व परियोजना समन्वयक डॉ. प्रदीप सिंह की लिखित पुस्तिका 'उत्तराखण्ड के पंचायती वनो...