बलिया, दिसम्बर 29 -- बलिया, वरिष्ठ संवाददाता। टीडी कालेज के मनोरंजन हाल में तीन दिवसीय राष्ट्रीय नाटक समारोह 'संकल्प रंगोत्सव' के दूसरे दिन शनिवार की रात दो प्रस्तुतियों ने बलिया में रंगमंच को नई ऊंचाई दी। यूनिकॉर्न एक्टर्स स्टूडियो (दिल्ली) की प्रस्तुति 'रूप-अरूप' ने दर्शकों को झकझोर दिया, वहीं जम्मू से आए लकी गुप्त की एकल प्रस्तुति 'मां मुझे टैगोर बना दे' ने सभी को भावुक कर दिया। दर्शकों ने कड़ाके की ठंड और गलन में भी अभिनय का ताप महसूस किया। सुप्रसिद्ध रंग निर्देशक स्व. त्रिपुरारी शर्मा द्वारा लिखित और निर्देशित नाटक 'रूप-अरूप' गहन शोध और समाज को सोचने के लिए विवश करता है। यह उस पुरुष के विस्थापन की कहानी है, जो मंच पर स्त्री रूप को जीवंत करता है। नायक इस रूप से इतना बंध गया है, या यूं कहें कि मोहग्रस्त हो गया है, कि इस रूप के बाहर उसे...