वाराणसी, फरवरी 20 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। 'रंग बनारस काशी के वरिष्ठ रंगकर्मी बालमुकुंद त्रिपाठी की कविताओं और लघु कथाओं का संकलन है। इस कृति को उन्होंने कोरोना काल के दस्तावेज के रूप में तैयार किया है। इस कृति का विमोचन 21 फरवरी को बौद्धायन सोसाइटी की ओर से पाणिनि कन्या महाविद्यालय में होने वाले समारोह में किया जाएगा। इस संग्रह में संकलित कविताओं और लघु कथाओं में कोरोना काल के बनारस का पुट स्पष्ट नजर आता है। दो खंडों में विभक्त इस कृति के पहले खंड में 26 कविताएं हैं। इस खंड की पहली रचना 'महादेव विश्वनाथ के श्रीचरणों में विश्व मंगल की कामना की गई है। वहीं 'बना रहे बनारस, 'लिफाफा, 'मरघट सा सन्नाटा, 'अंधेरे का शहर, 'परछाईं कुछ ऐसी कविताएं हैं जिनमें उस दौर के बनारस को दर्शाया गया है। तीन लघु कथाओं 'मेरी पहली अभिनेत्री, 'सोलन और 'बासीम म...