रांची, जुलाई 7 -- रांची, वरीय संवाददाता। जानकारी और संसाधनों के अभाव में महिलाएं वन स्टॉप सेंटर का लाभ नहीं ले पा रहीं हैं। सोमवार को नामकुम स्थित बगीईचा में आयोजित क्रिया नई दिल्ली, सृष्टि संस्था, इब्तिदा झारखंड व युवा संस्था की संयुक्त प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी दी गई। शोधार्थी आकृति लकड़ा और अंजना देवगम ने बताया कि शहरों के वन स्टॉप सेंटर में बहुत कम कर्मचारी हैं। जबकि सरकार के द्वारा 11 कर्मचारी रखने का प्रावधान है। ऐसे में हिंसा से पीड़ित, विक्षिप्त व मानसिक रूप से प्रताड़ित महिलाओं को जरूरी सहायता नहीं मिल पाती है। बताया, रांची के सेंटर में 2016 से 2024 के बीच करीब 432 मामले दर्ज हुए। इसमें यौन उत्पीड़न, धोखाधड़ी, दहेज सहित अन्य मामलों से जुड़ी महिलाएं रहीं। अंजना ने कहा कि वन स्टॉप सेंटर सरकार की अच्छी पहल है। इस योजना के तहत महि...