नई दिल्ली, मई 3 -- 45 वर्षीय पुलिसकर्मी इफ्तखार अली और उनके आठ भाई-बहनों को पाकिस्तान नहीं भेजा जाएगा। हाई कोर्ट के दखल से इसकी पुष्टि हुई। इस फैसले से अली काफी खुश हैं। उन्होंने कहा, 'जम्मू-कश्मीर पुलिस और अपने देश भारत की सेवा के लिए मेरा जन्म हुआ है। पुंछ जिले के मेंढर में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास उनका घर है। इफ्तखार अली ने कहा कि वर्दी उनके लिए सिर्फ नौकरी नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है। उन्होंने पुलिस फोर्स में अपनी लगभग आधी जिंदगी समर्पित की है। इस दौरान विभिन्न शाखाओं में सेवा दी और अपने साहस व कर्तव्य के प्रति अटूट प्रतिबद्धता दिखाते रहे। यह भी पढ़ें- पाकिस्तान को एक और झटका, भारत ने सभी डाक और पार्सल सेवाओं पर लगाई रोक यह भी पढ़ें- पाक के व्यापार पर भारत का एक और चाबुक, हर तरह के आयात पर रोक; जहाजों पर भी बैन यह भी पढ़ें- Fact Check...
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