बदायूं, अगस्त 30 -- श्री गणेश सेवा मंडल के तत्वावधान में चल रहे श्री गणेश महोत्सव कथा के तीसरे दिन कथाव्यास राध्या भारद्वाज भगवान गणेश के जन्म की कथा सुनाई। कथाव्यास ने बताया कि माता पार्वती ने अपने उबटन से एक सुंदर बालक को प्रकट किया और बालक को यह आदेश दिया कि उनकी आज्ञा के बिना कोई अंदर प्रवेश ना कर पाए। ऐसा कहकर माता पार्वती स्नान करने अंदर चली गई। कुछ समय बाद भगवान शिव वहां आए और द्वार के अंदर प्रवेश करना चाहा तो बालक ने उन्हें उनको अंदर जाने से मना कर दिया। यह सुनकर भगवान शिव क्रोधित हो गए। भगवान शिव को यह पता नहीं था कि यह उन्हीं का बालक है और उन्होंने अपने त्रिशूल से बालक का सिर काट दिया। बालक का सिर कटा देख माता पार्वती अत्यंत क्रोधित हो गई। भगवान शिव ने अपने गणो को आदेश दिया कि सर्वप्रथम तुम्हें जो भी प्राणी मिले उसका सिर काट कर ...
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