मुजफ्फरपुर, फरवरी 18 -- औराई, एसं। बेटियों को किसी भी स्तर पर समाज में कमतर न समझें। ये खुदा की रहमत हैं। मां-बाप के लिए मुसर्रत का पैगाम हैं। हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के खानदान को बेटियों ने ही आगे बढ़ाया था। उक्त बातें प्रखंड के महेश स्थान गांव में सोमवार की देर रात तक चले अजमते ए वालदैन कॉन्फ्रेंस में गया से आये मौलाना डॉ. जाकिर गयावी ने कहीं। बरेली से आये मौलाना सुबहानी मियां ने कहा कि इंसानी खिदमत बहुत बड़ी नेकी है। जिंदगी बहुत छोटी है, इसलिए फजूल की चीजों में वक्त बर्बाद न करें। मौलाना महबूब रजा फैजी ने कहा कि एक- दूसरे के दुख-दर्द में शरीक होना चाहिए। इससे समाज में अमन और भाईचारा का माहौल कायम होता है। कोलकाता से आये शायर असद इकबाल साहब ने नबी-नबी-नबी कलाम पढ़कर सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। कान्फ्रेंस का आयोजन अपने मर...