अल्मोड़ा, अगस्त 1 -- एसएसजे परिसर के इतिहास संस्कृति व पुरातत्त्व विभाग, में मनाया गया प्रेम चंद की जयंती मनाई गई। उनके संघर्षों व जीवन पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि प्रेम चंद ने लेखन से समाज की कुरीतियों पर प्रहार किय। कार्यक्रम में कला संकायाध्यक्ष प्रो. एएस अधिकारी ने प्रेम चंद की जीवनी के बारे में बताया। कहा कि प्रेम चंद के काल में देश में स्वतंत्रता की लहर दौड़ रही थी। इसने युवा प्रेमचंद को गहराई से प्रभावित किया। प्रेम चंद ने जाति भेदभाव, लैंगिक असमानता, बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी ज्वलंत समस्याओं को अपनी कहानियों और उपन्यासों का विषय बनाया और समाज की कुरीतियों पर करारा प्रहार किया। उनका प्रसिद्ध उपन्यास 'गोदान जमींदारों और साहूकारों की ओर से किए गए किसानों के शोषण का जीवंत चित्रण करता है। वह एक मनोवैज्ञानिक की तरह अपने सभी पात...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.