लखनऊ, अक्टूबर 31 -- लखनऊ, संवाददाता। बीबीएयू में योग और प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से कोरोनरी जोखिम कारकों के साक्ष्य-आधारित प्रतिवर्तन विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन हुआ। योग, खाद्य एवं पोषण विभाग, योग वेलनेस सेंटर एवं केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद आयुष मंत्रालय नई दिल्ली की ओर से आठवें प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर के पूर्व कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला ने कहा कि ज्ञान मार्ग के माध्यम से मनुष्य मोक्ष की प्राप्ति करता है। योग और ध्यान आत्मबोध का साधन हैं, ये व्यक्ति को अपने भीतर झांकने, स्वयं को पहचानने और आत्मा के सत्य स्वरूप से जुड़ने की शक्ति देते हैं। एसजीपीजीआई के एमएस डॉ. राजेश हर्षवर्धन ने बताया कि प्राचीन और आध...
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