बागेश्वर, नवम्बर 10 -- लक्ष्मी आश्रम में 'गांधी कथा' पर तीन दिवसीय विमर्श कार्यक्रम और गांधी की अनन्य शिष्या कैथरीन मेरी हाइलामन (सरला बहिन) स्मृति चतुर्थ व्याख्यान आयोजित किया गया। इसमें उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अध्यापकों और छात्रों सहित लगभग 60 नागरिकों के समक्ष गांधी विचार और उसकी वर्तमान प्रासंगिकता पर गहन विमर्श किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर सलिल मिश्रा ने गांधी दर्शन पर चर्चा की। कहा कि प्राकृतिक संसाधनों को असीमित समझने की भूल ही मानव जाति के लिए सबसे बड़ी विपदा और आपदा का कारण है, जबकि गांधी के रामराज्य का मतलब अन्याय विहीन सामाजिक व्यवस्था है जिसे ठीक से समझ कर व्यवहार में लाना ही दीर्घकालिक टिकाऊ विकास का आधार हो सकता है। अहिंसा और प्रेम के बिना मनुष्य जीवन संभव ही नहीं ह...
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