प्रयागराज, अक्टूबर 13 -- भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआईटी) झलवा में सोमवार को छह दिनी फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) की शुरुआत हुई। 'स्वास्थ्य सेवा में क्रांति: औषधि विकास, नैदानिक परीक्षण और चिकित्सा अभ्यास में कृत्रिम बुद्धिमत्ता की भूमिका विषय पर वक्ताओं ने कहा कि आज एआई के बिना चिकित्सा अनुसंधान अधूरा है। एआई प्रयोगशालाओं से लेकर अस्पतालों तक क्रांति ला रही है। निदेशक प्रो. मुकुल शरद सुतावाने ने कहा कि जब डेटा और दया मिलते हैं, तो स्वास्थ्य सेवा की दिशा ही बदल जाती है। मुख्य संयोजक डॉ. निधि मिश्रा ने कहा कि एआई केवल तकनीक नहीं, बल्कि जीवन रक्षा की कला बन चुकी है। कार्यक्रम में सह-आयोजक डॉ. सिंतु के. सामंता, प्रो. सेजर दे ला फुएंते, डॉ. रघु आर, डॉ. राकेश्वर बंदीछोर, डॉ. अनुप्रिया कुमार, डॉ. ऋतुराज पुरोहित और डॉ. विश्...