नई दिल्ली, जून 27 -- पृथ्वी शॉ को अपने सबसे मुश्किल दिनों में महान सचिन तेंदुलकर का साथ मिलना, उन पर भरोसा जताना बहुत उम्मीद देता है। जब सभी आपसे मुंह मोड़ ले, उस वक्त अगर दुनिया का महानतम बल्लेबाज आपकी फिक्र कर रहा हो, सलाह दे रहा हो... यह बात कितना मायने रखती है, शॉ से बेहतर कोई नहीं समझ सकता। पृथ्वी शॉ जिस तेजी से क्रिकेट की दुनिया में उभरे, उसी तेजी से गायब भी हो गए। एक बच्चा जिसने हैरिस शील्ड में 546 रन बनाकर तहलका मचाया हो। एक लड़का जिसने अपनी कप्तानी में अंडर-19 वर्ल्ड कप जिताया हो। जिसमें शुभमन गिल, अर्शदीप सिंह जैसे खिलाड़ी उसकी कप्तानी में खेले हों। जिसने उन दोनों से पहले टेस्ट डेब्यू किया। पहले ही टेस्ट में सेंचुरी जड़ा। आज उसे एक तरह से शून्य से शुरुआत करनी पड़ रही है। शॉ जिस तेजी से अर्श पर पहुंचे, उसी तेजी से फर्श पर आ गिरे।...