बदायूं, अक्टूबर 10 -- क्षेत्र के गांव पिंडौल में आदर्श रामलीला क्लब की ओर से चल रहे रामलीला के मंच पर राम वनवास की लीला का मंचन किया गया। राजा दशरथ ने अपने दरबार में घोषणा कर दी, कल सुबह राम का राजतिलक होगा। राजा की बात सुनकर कैकेई दुखी हो जाती है। मंथरा कहती है, कोप भवन में जाकर त्रिया चरित्र दिखाओ। जब राजा दशरथ महलों में आए तो राम की सौगंध ले लेना। राजा कोप भवन में जाकर पूछते हैं तो कैकेई भरत को अयोध्या का राजतिलक और राम को 14 वर्ष का वनवास मांगती है। तब राम का नाम सुनते ही राजा दशरथ धरती पर गिर पड़ते हैं। उधर लक्ष्मण भी राम के साथ वन जाने को तैयार हो जाते हैं। सभी लोग तीनों को खुशी-खुशी विदा कर देते है। इसके बाद पर्दा गिर जाता है।

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