बुलंदशहर, नवम्बर 17 -- अपर सत्र न्यायाधीश/विशेष न्यायाधीश(गैंगस्टर एक्ट) चंद्रविजय श्रीनेत ने 119 गोवंशीय पशुओं की हत्या के मामले में सजा सुनाते हुए बेहद संवेदनशील टिप्पणी की है। न्यायााधीश ने लिखा है कि प्राणी जगत में सबसे श्रेष्ठ माने वाले मनुष्य द्वारा पशुओं के साथ क्रूरता और उनको मारना किसी भी तरीके से स्वीकार करने योग्य नहीं है। समता, दया एवं करूणा न केवल हिंदू सनातम धर्म अपितु विश्व के लिए सभी धर्मों की आधारशिला है। सोमवार को न्यायाधीश चंद्रविजय श्रीनेत ने वर्ष 2005 में कोतवाली देहात क्षेत्र में एक ही रात में 119 गोवंशीय पशुओं की हत्या के मामले में सजा सुनाते हुए टिप्पणी की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि संसार के सभी धर्मों में जीवों पर दया करने की शिक्षा दी गई है। जब तक मनुष्य जीवों के लिए दया और सहानुभूति नहीं रखेगा, उससे भौतिक विक...