दरभंगा, मई 8 -- दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर संगीत एवं नाट्य विभाग तथा अंग्रेजी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में रवींद्र जयंती के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन बुधवार को रवींद्रनाथ ठाकुर की कालजयी कहानी धूप और बादल पर आधारित नाट्य प्रस्तुति धुंध का भावनात्मक मंचन किया गया। मंचित धुंध नाटक का नाट्य रूपांतरण, परिकल्पना, संगीत और निर्देशन विभाग के छात्र मृत्युंजय शर्मा ने किया। धुंध जातिगत जटिलताओं, सामाजिक भेदभाव और ब्रिटिश शासन की नीतियों के बीच पनपती है। यह प्रेम कहानी हमें ऐसे युग में ले जाती है, जब प्रेम और स्वाभिमान दोनों ही सत्ता और परंपरा के बीच संघर्ष की बेड़ियों में कसा होता है। नाटक बेहद प्रभावी और मनोरंजनपूर्ण रहा। जीशान फजल, पिंकी कुमारी, गोविंद राज, शिव शंकर कुमार, मो. गालिब, दीपक कुमा...