प्रयागराज, जुलाई 2 -- प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता। करछना के इसौटा गांव जाने से सांसद चंद्रशेखर को रोके जाने के बाद भड़ेवरा बाजार में हुई हिंसा और लाठीचार्ज की घटना की भाकपा (माले), आइसा और इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) की संयुक्त टीम ने जांच की। टीम के मुताबिक बुधवार को मौके पर पहुंचने पर पता चला कि सांसद को सर्किट हाउस में रोके जाने से दलित समाज के लोग शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। क्षेत्र के दबंगों ने पथराव कर दिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों से पुलिस की झड़प हुई और कार्यकर्ताओं ने पुलिस के वाहन फूंक दिए। टीम के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि पुलिस इस प्रकरण में मददगार की भूमिका में नजर आई और दबंगों पर कार्रवाई के बजाए उन्हें बचाया गया और मासूम प्रदर्शनकारियों को जबरन ले गए। यहां तक की दलित देवी शंकर जिसकी हत्या 12 अप्रैल की रात गांव के ही ...