ज्ञान प्रकाश, जून 10 -- अक्सर लोग दूसरों को कम करके आंकते हैं और उनके हर नए कदम से पहले हौसला तोड़ने वाली निगेटिव बातें करते हैं। लखनऊ की इस बेटी ने भी जब इंदिरा नगर स्थित चर्च रोड पर एक रेस्त्रां खोलने की ठानी तो उसे बहुतेरों से 'तुमसे न हो पाएगा' सुनने को मिला। इस बेटी ने हिम्मत नहीं हारी। बल्कि दोगुने हौसले से काम किया। उसने न सिर्फ खोला बल्कि तीन में महीनों में लाभ भी कमाने लगी। यह कहानी दिव्या श्रीवास्तव की है। अवध डिग्री कॉलेज से परास्नातक करने के बाद दिव्या पहले दूसरे शहर फिर लखनऊ आ गईं। यहां एक बड़े समूह में उनको अच्छे पैकेज पर नौकरी भी मिल गई। इस बीच एक रिश्तेदार ने उनसे कहा कि वह कुछ अपना काम करना चाहते हैं लेकिन पैसा या अनुभव तक नहीं है। दिव्या ने बताया कि उन्होंने बिजिनेस की शुरुआत उन्हीं रिश्तेदार के लिए की थी। लेकिन आखिरी मौ...
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