प्रयागराज, जून 22 -- प्रयागराज, अनिकेत यादव अब आंखों की गंभीर बीमारियों की जांच पहले से कहीं कम समय में और सटीक होगी। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआईटी) के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर विकसित किया है जो 'डीप लर्निंग तकनीक पर आधारित है और बहुत ही कम समय में आंखों की लाखों तस्वीरों का विश्लेषण करके रोगों की पहचान कर सकता है। यह तकनीक विशेष रूप से डायबिटिक रेटिनोपैथी और आंखों की ड्राइनेस जैसी बीमारियों की शुरुआती पहचान में कारगर साबित होगी। आईटी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अंजली गौतम ने बताया कि 'रेसिडुअल यू-नेट विद स्क्वीज एंड एक्साइट एसई ब्लॉक्स नाम से डीप लर्निंग तकनीक विकसित की गई है। इसकी मदद से ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया गया है जो आंखों की बहुत ही उच्चस्तरीय तस्वीरों के विश्लेषण की क्षमता रखता है। कम्प्यूटर में इ...