वाराणसी, दिसम्बर 19 -- वाराणसी। नागरी नाटक मंडली के मंच पर बुधवार की रात पीयूष मिश्रा लिखित नाटक 'जब शहर हमारा सोता है' का मंचन हुआ। एनएसडी स्नातक गुंजन शुक्ला के निर्देशन में नाटक के जरिए हिंसा और असंवेदनशीलता के प्रति अस्वीकृति के स्वर गूंजे। निर्देशक ने बताया कि यह लाइव म्यूज़िकल नाटक केवल 30 दिनों में तैयार किया गया। संवकार वाराणसी, नागरी नाटक मंडली और वीपी इंजीनियर्स के संयुक्त प्रयास को वीडीए और बैंक ऑफ बड़ौदा वाराणसी ज़ोन का सहयोग मिला। बीएचयू की 'तलास्या-डांस सोसाइटी' के कलाकारों ने सशक्त एवं भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुतियों से मंत्रमुग्ध कर दिया। नाटक में पहियों पर चलती बालकनी, फेयरी लाइट्स जैसे प्रयोग पहली बार किए गए थे।
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