नैनीताल, अप्रैल 8 -- नैनीताल, संवाददाता। डीएसबी परिसर के माता जिया रानी महिला अध्ययन केंद्र में दो दिनी उत्तराखंड जनजाति सम्मेलन दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रहा। विशेषज्ञों ने जनजातियों की संस्कृति और उनके रहन-सहन की जानकारी साझा की। प्रो़ आराधना शुक्ला ने कहा कि जनजाति वो समूह है, जिन्होंने अपनी संस्कृति और सभ्यता को किसी को हस्तांतरित नहीं किया। वे अपनी पारंपरिक शैली से बाहर नहीं गए। ये शिक्षा के प्रति लचीले जरूर हैं, पर अपनी संस्कृति से समृद्ध हैं। हमें जनजातियों की संस्कृति की जानकारी प्राप्त कर उसे विकसित करने का प्रयास करना होगा। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने हाट बाजार लगाया। जिसमें ऊन के बने विभिन्न प्रकार के उत्पादों व ऐपण के स्टाल लगाए। छात्रों ने हैंड मेड ज्वेलरी और पोस्टर पेंटिंग के स्टाल लगाए। मुख्य अतिथि वरिष्ठ नागरिक कल्य...