पौड़ी, जून 18 -- राजकीय व्यावसायिक महाविद्यालय बनास पैठाणी की नमामि गंगे इकाई द्वारा मजरा महादेव मंदिर में आयोजित योग शिविर में योगाभ्यास, पौराणिक वेद-पुराणों, नदियों की सभ्यता एवं संस्कृति पर चर्चा की गई। बुधवार को शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि स्थानीय जनप्रतिनिधि विजय सिंह रौथाण ने किया। नमामि गंगे के नोडल डॉ. खिलाप सिंह ने कहा कि गंगा और योग दोनों आत्मा की शुद्धता, शांति और मुक्ति के प्रतीक हैं। गंगा योग का भौगोलिक और आध्यात्मिक आधार रही है और योग गंगा जैसी शुद्धता की ओर यात्रा का साधन है। नदियां मानव सभ्यता की जननी रही हैं। प्राचीन काल से ही नदियों के किनारे सभ्यताओं का विकास हुआ है।

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