बगहा, मार्च 7 -- बेतिया,हमारे संवाददाता। ईसाई समुदाय के लोग स्वयं की पवित्रता के लिए चालीस दिन का उपवास रख रहे हैं। इस दौरान प्रति बुधवार व शुक्रवार को 'क्रुस रास्ता का आयोजन किया जाएगा। शुक्रवार को दूसरी क्रुस रास्ता का आयोजन किया जाएगा। इसमें ईसाई समुदाय के लोग शामिल होते हैं। कलवारी पर्वत पर ईसा मसीह को क्रुस पर ठोका गया था। इस दौरान चौदह मुकाम की यात्रा की जाती है जिसमें प्रभु ईसा की कठिन यात्रा का वर्णन शामिल होता है। ईस्टर पर्व तक इस तरह की यात्रा का आयोजन किया जाता है। उपवास के लिए 14 वर्ष की आयु से अधिक व 65 साल की आयु से कम वाले ईसाई लोग शामिल होते हैं। इस दौरान ईसाई समाज के लोग अपनी पवित्रता का पूरा ख्याल रखते हैं। विलासिता के जीवन का त्याग किया जाता है और पूरी पवित्रता के साथ चालीस दिन के उपवास के नियमों का पालन किया जाता है। इ...