गोंडा, अप्रैल 23 -- गोंडा। एक राष्ट्र, एक चुनाव की अवधारणा केवल राजनीतिक सुधार नहीं, बल्कि राष्ट्रीय संसाधनों के समुचित उपयोग की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। यह बात मंगलवार को वरिष्ठ अधिवक्ता केके श्रीवास्तव ने दीन दयाल शोध संस्थान के सभागार में आयोजित संगोष्ठी में कही। कहा कि हर छह महीने पर आचार संहिता लागू हो जाती है जिससे विकास कार्य ठप पड़ जाते हैं। इस मौके पर प्रधानाचार्य हनुमत लाल पांडे, राजा बाबू गुप्ता समेत कई प्रबुद्ध वक्ताओं ने अपने विचार रखे।

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