प्रमुख संवाददाता, सितम्बर 23 -- 'आई लव मोहम्मद' को लेकर कई जगह तूफान मचा है। कहीं जुलूसों में बवाल हुए तो कहीं सड़क पर नारेबाजी हो रही है। दरअसल कानपुर से शुरू हुए इस विवाद के पीछे की असल कहानी कुछ और ही है। मुकदमा 'आई लव मोहम्मद' लिखने पर नहीं बल्कि इसका बोर्ड गलत जगह लगाने पर दर्ज किया गया था। कुछ लोगों ने घटनाक्रम का रंग-रूप बदल कर इसे प्रचारित कर दिया। पुलिस इसे लेकर सफाई दे चुकी है, पर गलतफहमी नहीं मिटी। अब पुलिस अफसर एक बार फिर धर्मगुरुओं के साथ बैठकर हकीकत बताते हुए मामला शांत कराने में जुट गए हैं। मुस्लिम धर्मगुरु भी कानून हाथ में न लेने की अपील कर रहे हैं।क्या बोले पुलिस अधिकारी संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आशुतोष कुमार ने कहा कि मुस्लिम धर्मगुरुओं से इस संबंध में बात की गई थी। उन्हें स्पष्ट बताया गया कि रिपोर्ट 'आई लव मोहम...