नई दिल्ली, अक्टूबर 28 -- दिल्ली हाईकोर्ट में सोमवार को उस वक्त भावुक करने वाले पल देखने को मिले जब जस्टिस तारा वितास्ता गंजू अपनी विदाई भाषण के दौरान अपनी बेटी को रोते हुए देखकर खुद भी रो पड़ीं। जस्टिस गंजू ने अपने विदाई भाषण के दौरान जब यह देखा कि उनकी बेटी रो रही है। इस पर उन्होंने बेटी को दिलासा देने के लिए मुस्कुराते हुए कहा, "अगर तुम रोओगी, तो मैं भी रो दूंगी।" जस्टिस गंजू ने कहा कि अचानक हुई घटनाओं के चलते उनका पूरा परिवार फेयरवेल में शामिल नहीं हो पाया। बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार, जस्टिस गंजू ने अपने विदाई भाषण में कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट ने कानून और न्याय के बारे में उनकी समझ को आकार दिया है। हालांकि कई बार देर रात तक काम करने के चलते उन्हें आलोचनाएं भी झेलनी पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि देर रात तक या वीकेंड पर क...