बगहा, अगस्त 26 -- बेतिया। दैनिक मजदूर की मजदूरी भी इतनी कम नहीं है जितना आज के समय में प्रशिक्षु डॉक्टरों की है।प्रशिक्षु चिकित्सक बिहार में चिकित्सा व्यवस्था की रीढ़ बने हुए हैं। आपातकालीन सेवाओं से लेकर सामान्य चिकित्सा सेवाओं तक हर जगह प्रशिक्षु चिकित्सकों का अहम योगदान रहता है। राज्य सरकार प्रशिक्षु चिकित्सक का दर्द नहीं समझ रही है । उक्त बाते 2020 बैच के प्रशिक्षु चिकित्सक शिवम ने कही। मौके पर डॉक्टर मनीष, आयुष, विष्णु, अनमोल आनंद, विश्वनाथ, वैस आलम, सत्यम ठाकुर, अंजनी कुमार, आकाश कुमार आदि उपस्थित थे। प्रशिक्षु चिकित्सकों ने बताया कि आज हड़ताल के एक दिन पूर्व पूरे दिन काली पट्टी बांधकर उन्होंने अपनी सेवाएं दी है।

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