जमशेदपुर, फरवरी 15 -- शहर के हो बहुल इलाकों में मागे परब (पर्व) की धूम है। यह पर्व माघ महीने में फसल कटने व खलिहान से अनाज घर लाने के बाद मनाया जाता है। इस पर्व को हो समाज के लोग अपनी सुविधानुसार अलग-अलग जगहों पर खुद दिन व तारीख तय कर मनाते हैं, ताकि एक-दूसरे द्वारा आयोजित परब में उत्साहपूर्वक शामिल हो सकें। यही कारण है कि माघ महीने में झारखंड के गांव इस पर्व के उमंग में डूबे नजर आते हैं। शुक्रवार को परसूडीह स्थित बारेगोड़ा देशाउली में मागे परब का भव्य आयोजन किया गया। यहां देसाउली में दियूरी (पुजारी) मनकी हेंब्रम ने पूजा की। इसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। इसके बाद खिचड़ी वितरण किया गया। सभी ग्रामीणों ने दियूरी को दमा दुमंग के साथ घर तक पहुंचाया। इस दौरान परसूडीह ग्राम के हातु-मुंडा बुधराम हेंब्रम, संपूर्ण सवैया, मोसो सोय, लखीचरण...