पीलीभीत, मार्च 14 -- तराई में मौसम का मिजाज बदलता ही जा रहा है। मार्च माह में अचानक बढ़ रहा तापमान इस बात का प्रमाण है कि अप्रैल और मई जून के माह इस बार तरबतर करने वाले हैं। हांलाकि गुरुवार को बार बार बदलता रहा। इससे लगा कि एक बार को बूंदाबांदी हो जाएगी। पर आसार केवल कयासबाजी ही साबित हुए। दरअसल सोमवार को बदले हुए मौसम के बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि अब बूंदाबांदी हो जाएगी। पर मौसम गरमाता रहा और तापमान लगातार उछाल मारता रहा। इसके बाद से लगातार ही गरमी अपना असर दिखना शुरू कर चुकी है। कारों में एसी और दफ्तर व घरों में पंखे चलने लगे है। यह मौसम गेहूं की पक रही फसल के लिए मुफीद माना जा रहा है। राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के डा.एसएस ढाका ने बताया कि अधिकतम 32.2 और न्यूनतम 16.9 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। अधिकतम तापमान का अपनी रौ में है। आर...