गढ़वा, मार्च 12 -- गढवा, प्रतिनिधि। होली परंपराओं और भाईचारा का त्यौहार है। विनम्रता और सद्भावना का पर्व है। होली पर बुधवार को आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते ज्ञान निकेतन कान्वेंट के निदेशक एमपी केशरी ने उक्त बातें ही। उन्होंने कहा कि होली पर पटाखों से परहेज करें। यह पर्यावरण और जिंदगी के लिए घातक है। उन्होंने छात्र-छात्राओं, शिक्षक-शिक्षिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में मनाए जाने वाले त्योहारों में होली का विशेष स्थान है। इसे भारत में रंगों का त्यौहार या उल्लास का त्यौहार कहा जाता है। यह हमारे सनातन परंपराओं का सूचक है। यह न केवल रंगों और उल्लास का पर्व है बल्कि सामाजिक समरसता, प्रेम, भाईचारे और बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतीक है। होली का यह पर्व न सिर्फ पूरे भारत में बल्कि विश्व के कई अन्य देशों में भी धूमधाम से मनाया जाने वाल...