सीवान, मार्च 17 -- सीवान, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिले में होली के समापन के साथ ही चैत्र मास का शुभारंभ हो गया है। फाल्गुन मास का समापन होलिकोत्सव के साथ हुआ। चैत्र मास की शुरुआत परंपरागत चैता गान से हुई है। जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न टोलियां होली की रात फागुन के समापन के साथ चैता की ताल ठोक दी। इसके बाद से गांवों में टोलियां चैता गा रही हैं। लोकगीत 'राम जी जनमले हो रामा चईत मासे' और 'कंडे सुरवा होख ना सहईया ए मईया चित मासे' की धुनें गूंज रही हैं। चैता गायक के अनुसार, श्रीराम का जन्म चैत्र मास में हुआ था। इसी खुशी में पूरे महीने चैता गायन की परंपरा चलती है। चैत्र मास का धार्मिक महत्व भी विशेष है। इस माह की नवमी तिथि को रामनवमी मनाई जाती है। कृष्ण पक्ष की पंचमी को रंग पंचमी का त्योहार आता है। वासंतिक नवरात्र का पावन पर्व ...