संवाददाता, मार्च 12 -- जुमे की नमाज के टाइम लेकर संभल में एक बार फिर पेंच फंस गया है। होली और जुमा की नमाज एक ही दिन पड़ने के चलते प्रशासन ने ऐहतियातन नमाज का समय एक घंटा बढ़ाने का निर्णय लिया था। इस निर्णय को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने प्रशासन के फैसले का समर्थन किया था और लोगों से इसे मामले की अपील की थी। लेकिन इसी बीच शाही जामा मस्जिद सदर जफर अली एडवोकेट के बयान ने मामले में एक नया मोड़ दे दिया है। शाही जामा मस्जिद सदर जफर अली एडवोकेट ने अपने बयान में कहा कि नमाज के समय को बढ़ाने का अभी तक हमने कोई निर्णय नहीं लिया है। इस बारे में धर्मगुरु केवल अपनी राय दे सकते हैं। लेकिन अंतिम निर्णय मस्जिद कमेटी का ही होगा। प्रशासन को भी इस संबंध में कोई निर्णय लेने का अधिकार नहीं है। उन्‍होंने स्‍पष्‍ट किया कि मस्जिद कमेटी ही नमाज का समय तय करेगी और...