बिहारशरीफ, फरवरी 23 -- होलिका दहन में भद्रा का साया, आधी रात में केवल 1 घंटा 4 मिनट का शुभ मुहूर्त होलिका दहन 13 मार्च को भद्रा समाप्ति के बाद, होली का पर्व 14 मार्च को धूमधाम से मनाया जाएगा पावापुरी, निज संवाददाता। हिंदू पंचांग के अनुसार होली का त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन होलिका दहन की परंपरा है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस वर्ष होलिका दहन के दिन भद्रा का साया रहेगा। इसके कारण शुभ मुहूर्त में कमी रहेगी। ऋर्षिकेश पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि 13 मार्च को सुबह 10 बजकर 2 मिनट पर लग जाएगी। इस दिन भद्रा का साया भी रहेगा, जो रात 10 बजकर 44 मिनट पर समाप्त होगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार भद्रा काल में होलिका दहन अशुभ माना जाता है। इसलिए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त भद्रा समाप्ति के बाद शु...