मुरादाबाद, मार्च 22 -- इस वर्ष होलिका दहन कल यानी रविवार को होगा। इस दिन होली भद्रा का साया रहेगा। भद्राकाल को शुभ नहीं माना जाता। इसमें किसी भी प्रकार की पूजा करना वर्जित रहता है। सौ साल बाद चंद्र ग्रहण का भी साया रहेगा। मगर भारत में नजर न आने के कारण सूतक का असर भी नहीं रहेगा।यह जानकारी देते हुए हरि ज्योतिष संस्थान के ज्योतिर्विद पंडित सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि कल 24 मार्च की सुबह 9 बजकर 54 मिनट पर भद्रा आरंभ हो जाएगी। यह रात 11 बजकर 13 मिनट तक रहेगी। इस तरह भद्रा काल के समापन पर ही होलिका दहन हो सकता है। उन्होंने बताया फाल्गुन माह शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा का आरंभ 24 मार्च की सुबह 9 बजकर 55 मिनट से होगा और 25 मार्च की दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगी। होलिका दहन पूर्णिमा तिथि में और भद्रा रहित काल में ही करना शुभ माना जाता है। इसीलिए होलिक...