लखनऊ, अप्रैल 18 -- लखनऊ, संवाददाता। होम्योपैथिक के निदेशक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर शिकायत राष्ट्रपति से की गई है। सात बिंदुओं पर आधारित शिकायती पत्र में उच्च पद पर रहते हुए परिवारीजनों को लाभ पहुंचाने, नियमों के विरुद्ध संविदा डॉक्टरों का स्थानांतरण करने समेत अन्य आरोप लगे हैं। आरटीआई एक्टिविस्ट और शिकायत कर्ता पतरू राम विश्वकर्मा का आरोप है कि निदेशक ने कई होम्योपैथिक डॉक्टरों को निदेशालय से संबद्ध कर रखा है, जबकि अस्पतालों में डॉक्टर नहीं हैं। नियम विरुद्ध मृतक आश्रितों की नियुक्ति की गई है। प्रदेश के नौ राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में 30 से अधिक संविदा डॉक्टरों की नियुक्ति मनमाने तरीके से कर रखी है। जबकि लोक सेवा आयोग से स्थायी डॉक्टरों की नियुक्ति हो चुकी है। यही नहीं संविदा डॉक्टरों को दूसरे अस्पतालों में संबद्ध भी कर रखा है। ...