हरिद्वार, मई 23 -- हरिद्वार। संस्कृत भारती उत्तरांचल की ओर से संचालित स्वामी वैराग्यानन्द पुरी होम्योपैथिक धर्मार्थ चिकित्सालय का वार्षिकोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। संस्कृत भारती के क्षेत्र संयोजक प्रो. प्रेमचन्द्र शास्त्री ने चिकित्सालय के इतिहास तथा संस्कृत भारती के उद्देश्यों से परिचित कराया। डॉ. गजेन्द्र त्यागी ने कहा कि होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति सटीक और कारगर चिकित्सा पद्धति है। कार्यक्रम के अध्यक्ष उज्ज्वल ने कहा कि उत्तराखंड औषधियों की भूमि रही है। संस्कृत भारती के प्रान्त संगठन मन्त्री गौरव शास्त्री ने कहा कि इन निःशुल्क चिकित्सालय से अब तक काफी संख्या में रोगी लाभान्वित हो चुके हैं। संयोजन केशव बलियानी ने किया। इस अवसर पर देशराज शर्मा, डॉ. वेदव्रत, डॉ. अरविन्द नारायण मिश्र आदि मौजूद थे।

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